गुरुग्राम, 24 सितंबर (हप्र)
पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल के जन्मदिन पर 25 सितंबर को गोहाना में प्रस्तावित इनेलो की रैली स्थगित कर दी गई है। रैली आयोजन स्थल पर बहुत अधिक पानी भरने के कारण स्थगित की गई है। अब रैली का आयोजन 7 अक्तूबर को गोहाना में उसी मैदान पर किया जाएगा।
यह घोषणा इनेलो नेता व विधायक अभय चौटाला ने यहां पत्रकार वार्ता में की। उन्होंने कहा कि देवीलाल के 105वें जन्मदिन पर गोहाना में आयोजित की जाने वाली सम्मान दिवस रैली आयोजन स्थल पर बहुत अधिक पानी भर जाने के कारण स्थगित कर दी गई है। उनके अनुसार 350 एकड़ के इस मैदान पर डेढ़ फुट पानी भर गया। इस पानी को किसी तरह से निकाल भी दिया जाए तो कीचड़ बहुत ज्यादा हो चुका है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की सुविधा को देखते हुए यह तय किया गया है कि रैली को स्थगित किया जाए। अभय चौटाला ने कहा कि अब पुनः 7 अक्तूबर को रविवार के दिन रैली का आयोजन किया जाएगा। यह तारीख पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला व कार्यकर्ताओं से चर्चा के बाद तय की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर के कार्यकर्ताओं को पुनः निमंत्रण दिया जाएगा।
दूसरा कार्यक्रम जो स्थगित किया गया
चौटाला ने कहा कि साल में यह दूसरा कार्यक्रम है जो स्थगित करना पड़ा। इससे पहले 8 अगस्त को प्रदेश बंद का आह्वान पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के कारण वापस लेना पड़ा था। चौटाला ने कहा कि मुख्यमंत्री इनेलो-बसपा की रैली से घबराये हुए हैं। यही कारण है कि पानीपत रोड से जाते समय सीएम ने इनेलो के होर्डिंग लगे देखे तो अफसरों को इन्हें तुरंत हटवाने के आदेश दिए। लेकिन इससे कुछ नहीं होने वाला। इस अवसर पर पूर्व डिप्टी स्पीकर गोपीचंद गहलोत, अनंतराम तंवर, रमेश दहिया, किशोर यादव, गंगाराम पूर्व विधायक व अन्य उपस्थित रहे।
पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल के जन्मदिन पर 25 सितंबर को गोहाना में प्रस्तावित इनेलो की रैली स्थगित कर दी गई है। रैली आयोजन स्थल पर बहुत अधिक पानी भरने के कारण स्थगित की गई है। अब रैली का आयोजन 7 अक्तूबर को गोहाना में उसी मैदान पर किया जाएगा।
यह घोषणा इनेलो नेता व विधायक अभय चौटाला ने यहां पत्रकार वार्ता में की। उन्होंने कहा कि देवीलाल के 105वें जन्मदिन पर गोहाना में आयोजित की जाने वाली सम्मान दिवस रैली आयोजन स्थल पर बहुत अधिक पानी भर जाने के कारण स्थगित कर दी गई है। उनके अनुसार 350 एकड़ के इस मैदान पर डेढ़ फुट पानी भर गया। इस पानी को किसी तरह से निकाल भी दिया जाए तो कीचड़ बहुत ज्यादा हो चुका है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की सुविधा को देखते हुए यह तय किया गया है कि रैली को स्थगित किया जाए। अभय चौटाला ने कहा कि अब पुनः 7 अक्तूबर को रविवार के दिन रैली का आयोजन किया जाएगा। यह तारीख पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला व कार्यकर्ताओं से चर्चा के बाद तय की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर के कार्यकर्ताओं को पुनः निमंत्रण दिया जाएगा।
दूसरा कार्यक्रम जो स्थगित किया गया
चौटाला ने कहा कि साल में यह दूसरा कार्यक्रम है जो स्थगित करना पड़ा। इससे पहले 8 अगस्त को प्रदेश बंद का आह्वान पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के कारण वापस लेना पड़ा था। चौटाला ने कहा कि मुख्यमंत्री इनेलो-बसपा की रैली से घबराये हुए हैं। यही कारण है कि पानीपत रोड से जाते समय सीएम ने इनेलो के होर्डिंग लगे देखे तो अफसरों को इन्हें तुरंत हटवाने के आदेश दिए। लेकिन इससे कुछ नहीं होने वाला। इस अवसर पर पूर्व डिप्टी स्पीकर गोपीचंद गहलोत, अनंतराम तंवर, रमेश दहिया, किशोर यादव, गंगाराम पूर्व विधायक व अन्य उपस्थित रहे।
गोहाना में सोमवार को इनेलो की प्रस्तावित रैली के स्थल पर भरे पानी को पाइप लगाकर निकालने का जारी काम। -निस
बाजरे, कपास की फसल को काट कर तैयार किया था रैली स्थल
गोहाना, 24 सितंबर (निस)
गोहाना में जिस जमीन पर इनेलो की रैली प्रस्तावित है, वह हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) की जमीन है। इस जमीन के लिए एचएसवीपी किसानों को 5 साल पहले भुगतान कर चुका है। लेकिन नए प्रस्तावित सेक्टर में प्लाॅट नहीं काटे जाने की वजह से किसान जमीन पर खेती करते आ रहे हैं। इनेलो ने एचएसवीपी से रैली के लिए जमीन की मांग की तो किसानों से इसे खाली करवाया गया। जिसके लिए किसानों को उस पर खड़ी बाजरे और कपास की फसलें काटनी पड़ी। लिहाजा, जमीन में पहले से काफी नमी थी। ऐसे में बारिश का पानी जमीन द्वारा तुरंत सोख लेने की कोई गुंजाइश नहीं थी और उसी वजह से बरसात का पानी रैली स्थल पर जमा होता चला गया। इसके अलावा रैली स्थल नेशनल हाईवे से काफी नीचे है।
पहले कहा जा रहा था कि 2 अक्तूबर तक मैदान को तैयार कर लिया जाएगा। लेकिन पार्टी के शीर्षस्थ नेताओं के सोमवार को रैली स्थल के दौरे के बाद यह तय हो गया कि इतनी जल्दी रैली स्थल तैयार नहीं हो पाएगा। रैली स्थल देखने पहुंचे इनेलो के राष्ट्रीय प्रवक्ता डाॅ. केसी. बांगड़, चंडीगढ़ से पार्टी कार्यालय सचिव नक्षत्र सिंह मल्हान तथा हरियाणा युवा इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष रविन्द्र सांगवान और जिलाध्यक्ष कुनाल गहलावत ने स्थल का जायजा लिया।चंडीगढ़ व आसपास के इलाकों में गत चार दिनों से हो रही वर्षा से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। पंजाब सरकार ने मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए कल सभी सरकारी व निजी स्कूल बंद रखने के आदेश जारी किए हैं जबकि चंडीगढ़ प्रशासन की डीईओ अनुजीत कौर के अनुसार, ‘मंगलवार को आंशिक बरसात होने की रिपोर्ट पर यह फैसला लिया गया है कि स्कूल खुले रहेंगे। इसके साथ ही शिक्षा सचिव बीएल शर्मा के अनुसार इस क्षेत्र पर चूंकि वर्षा का कम प्रभाव रहेगा इस दृष्टि से रीजन के स्कूल खुले रहेंगे।
भारी वर्षा के चलते चंडीगढ़ प्रशासन को वर्ष 2008 के बाद सुखना झील के गेट खोलने पड़े। सुखना झील का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया था। इन दिनों सुखना का जलस्तर 1163 फीट तक पहुंच गया है जो कि खतरे के निशान से करीब 3 फुट ऊपर है। चंडीगढ़ प्रशासन के मुख्य अभियंता मुकेश आनंद ने बताया कि आज सुबह सुखना झील के गेट खोल कर लेक का पानी छोड़ दिया है ।
गोहाना, 24 सितंबर (निस)
गोहाना में जिस जमीन पर इनेलो की रैली प्रस्तावित है, वह हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) की जमीन है। इस जमीन के लिए एचएसवीपी किसानों को 5 साल पहले भुगतान कर चुका है। लेकिन नए प्रस्तावित सेक्टर में प्लाॅट नहीं काटे जाने की वजह से किसान जमीन पर खेती करते आ रहे हैं। इनेलो ने एचएसवीपी से रैली के लिए जमीन की मांग की तो किसानों से इसे खाली करवाया गया। जिसके लिए किसानों को उस पर खड़ी बाजरे और कपास की फसलें काटनी पड़ी। लिहाजा, जमीन में पहले से काफी नमी थी। ऐसे में बारिश का पानी जमीन द्वारा तुरंत सोख लेने की कोई गुंजाइश नहीं थी और उसी वजह से बरसात का पानी रैली स्थल पर जमा होता चला गया। इसके अलावा रैली स्थल नेशनल हाईवे से काफी नीचे है।
पहले कहा जा रहा था कि 2 अक्तूबर तक मैदान को तैयार कर लिया जाएगा। लेकिन पार्टी के शीर्षस्थ नेताओं के सोमवार को रैली स्थल के दौरे के बाद यह तय हो गया कि इतनी जल्दी रैली स्थल तैयार नहीं हो पाएगा। रैली स्थल देखने पहुंचे इनेलो के राष्ट्रीय प्रवक्ता डाॅ. केसी. बांगड़, चंडीगढ़ से पार्टी कार्यालय सचिव नक्षत्र सिंह मल्हान तथा हरियाणा युवा इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष रविन्द्र सांगवान और जिलाध्यक्ष कुनाल गहलावत ने स्थल का जायजा लिया।चंडीगढ़ व आसपास के इलाकों में गत चार दिनों से हो रही वर्षा से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। पंजाब सरकार ने मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए कल सभी सरकारी व निजी स्कूल बंद रखने के आदेश जारी किए हैं जबकि चंडीगढ़ प्रशासन की डीईओ अनुजीत कौर के अनुसार, ‘मंगलवार को आंशिक बरसात होने की रिपोर्ट पर यह फैसला लिया गया है कि स्कूल खुले रहेंगे। इसके साथ ही शिक्षा सचिव बीएल शर्मा के अनुसार इस क्षेत्र पर चूंकि वर्षा का कम प्रभाव रहेगा इस दृष्टि से रीजन के स्कूल खुले रहेंगे।
भारी वर्षा के चलते चंडीगढ़ प्रशासन को वर्ष 2008 के बाद सुखना झील के गेट खोलने पड़े। सुखना झील का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया था। इन दिनों सुखना का जलस्तर 1163 फीट तक पहुंच गया है जो कि खतरे के निशान से करीब 3 फुट ऊपर है। चंडीगढ़ प्रशासन के मुख्य अभियंता मुकेश आनंद ने बताया कि आज सुबह सुखना झील के गेट खोल कर लेक का पानी छोड़ दिया है ।
चंडीगढ़ स्थित औद्योगिक क्षेत्र फेज 1 के रेलवे ब्रिज के नीचे जमा हुए पानी के बीच से गुजरते वाहन। नितिन मित्तल
इससे पहले 2008 में भारी बारिश के कारण
गेट को खोलना पड़ा था। उस समय सेक्टर 26 बापू धाम कॉलोनी में पानी आ गया
था| इस बार प्रशासन की तरफ से उसे पहले से ही खाली कराया गया है। इसके साथ
ही हाई अलर्ट भी जारी किया गया है| इस पानी के खुलने के बाद सुखना चो, जोकि
बापू धाम कॉलोनी से होता हुआ सेक्टर 47 से निकलकर मोहाली में मिलता है
,में भारी पानी आ गया।
दिन में ही जलानी पड़ीं लाइटें
आज सुबह से ही चल रही जोरदार बारिश के कारण वाहन चालकों को यातायात में भारी परेशानी उठानी पड़ी इससे आम जनजीवन को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आज सुबह जीरकपुर-चंडीगढ़ पर वाहन बड़ी धीमी गती से चल रहे थे । दिन में ही लाइटें जलानी पड़ीं।। अनेक जगहों पर दोपहिया वाहन व चौपहिया वाहन बीच सड़क में बंद भी पड़े थे। इसके अलावा सड़क पर कई जगह पेड़ों की टहनियों भी टूट कर गिरी थी़।
शहर में जगह जगह पानी भरने के कारण आज फायर ब्रिगेड को भी सतर्क किया गया था। सबसे बदतर स्थिति डम्पिंग ग्राउंड के पास की मुख्य सड़क व डड्डूमाजरा कालोनी में थी। मुख्य सड़क पर भी गंदा पानी बह रहा था व कालोनी में डम्पिंग ग्राउंड से निकल कर गंदा कीचड़ लोगों के घरों में घुस गया।
तापमान में भारी गिरावट
बीते दो दिन से हो रही बारिश से तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है। रविवार को अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री कम दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि रात का तापमान 21.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ, जो सामान्य से एक डिग्री ज्यादा है। मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक दो दिन में चंडीगढ़ में कुल 90 एमएम बारिश दर्ज की जा चुकी है।
20 घंटे से खुले कौशल्या डैम के गेट
पिंजौर (निस) : गत 3 दिनों से हो रही तेज बारिश पिंजौर, कालका क्षेत्र में कहर बनकर टूटी है। पिछले 20 घंटों से पिंजौर के कौशल्या डैम के गेट खुले थे जिससे सोमवार शाम को चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे पर अमरावती कालोनी के समीप नदी किनारे भारी भूस्खलन हो गया। शाम तक चंड़ीगढ़ की ओर जाने वाली सड़क में दरार आ गई, सड़क का नदी वाला हिस्सा धंस गया। प्रशासन ने एहतियातन सूरजपुर के समीप रामपुर सियुड़ी के रोड कट से लेकर चंडीमंदिर तक की चंडीगढ़ जाने वाली लेन पर आवाजाही रोक दी, जिससे सूरजपुर साइड वाली लेन पर भारी ट्रैफिक जाम रहा। उपायुक्त मुकुल कुमार, एसडीएम डा. ऋचा राठी, पुलिस फोर्स भी घटनास्थल पर पहुंच गई। उपायुक्त ने कौशल्या डैम और नदी का भी दौरा किया। स्थानीय लोगों के अनुसार 30 वर्षों बाद इस क्षेत्र में इतनी अधिक बारिश हुई है। इधर, सूरजपुर स्थित यमुना स्टोन क्रशर की होदी की दीवार गिरने से कई घरों में क्रशर का मलबा घुस गया, गनीमत रही कि इसमें कोई जानी नुकसान नहीं हुआ।
दिन में ही जलानी पड़ीं लाइटें
आज सुबह से ही चल रही जोरदार बारिश के कारण वाहन चालकों को यातायात में भारी परेशानी उठानी पड़ी इससे आम जनजीवन को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आज सुबह जीरकपुर-चंडीगढ़ पर वाहन बड़ी धीमी गती से चल रहे थे । दिन में ही लाइटें जलानी पड़ीं।। अनेक जगहों पर दोपहिया वाहन व चौपहिया वाहन बीच सड़क में बंद भी पड़े थे। इसके अलावा सड़क पर कई जगह पेड़ों की टहनियों भी टूट कर गिरी थी़।
शहर में जगह जगह पानी भरने के कारण आज फायर ब्रिगेड को भी सतर्क किया गया था। सबसे बदतर स्थिति डम्पिंग ग्राउंड के पास की मुख्य सड़क व डड्डूमाजरा कालोनी में थी। मुख्य सड़क पर भी गंदा पानी बह रहा था व कालोनी में डम्पिंग ग्राउंड से निकल कर गंदा कीचड़ लोगों के घरों में घुस गया।
तापमान में भारी गिरावट
बीते दो दिन से हो रही बारिश से तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है। रविवार को अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री कम दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि रात का तापमान 21.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ, जो सामान्य से एक डिग्री ज्यादा है। मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक दो दिन में चंडीगढ़ में कुल 90 एमएम बारिश दर्ज की जा चुकी है।
20 घंटे से खुले कौशल्या डैम के गेट
पिंजौर (निस) : गत 3 दिनों से हो रही तेज बारिश पिंजौर, कालका क्षेत्र में कहर बनकर टूटी है। पिछले 20 घंटों से पिंजौर के कौशल्या डैम के गेट खुले थे जिससे सोमवार शाम को चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे पर अमरावती कालोनी के समीप नदी किनारे भारी भूस्खलन हो गया। शाम तक चंड़ीगढ़ की ओर जाने वाली सड़क में दरार आ गई, सड़क का नदी वाला हिस्सा धंस गया। प्रशासन ने एहतियातन सूरजपुर के समीप रामपुर सियुड़ी के रोड कट से लेकर चंडीमंदिर तक की चंडीगढ़ जाने वाली लेन पर आवाजाही रोक दी, जिससे सूरजपुर साइड वाली लेन पर भारी ट्रैफिक जाम रहा। उपायुक्त मुकुल कुमार, एसडीएम डा. ऋचा राठी, पुलिस फोर्स भी घटनास्थल पर पहुंच गई। उपायुक्त ने कौशल्या डैम और नदी का भी दौरा किया। स्थानीय लोगों के अनुसार 30 वर्षों बाद इस क्षेत्र में इतनी अधिक बारिश हुई है। इधर, सूरजपुर स्थित यमुना स्टोन क्रशर की होदी की दीवार गिरने से कई घरों में क्रशर का मलबा घुस गया, गनीमत रही कि इसमें कोई जानी नुकसान नहीं हुआ।